दिव्यांग यात्रियों के लिए खुशखबरी!2025 में ऐसे बनवाएं दिव्यांग रेलवे पास और करें लंबी दूरी का सफर सस्ते में!

भारतीय रेलवे हमेशा से ही अपने यात्रियों की सुविधा के लिए नई योजनाएं और सुविधाएं लेकर आता रहा है। खासतौर पर दिव्यांग यात्रियों को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इसी कड़ी में, 2025 में दिव्यांग यात्रियों के लिए रेलवे पास बनाने की प्रक्रिया को और भी सरल और सुविधाजनक बनाया गया है। अब दिव्यांगजन बेहद कम खर्च में लंबी दूरी की यात्रा कर सकते हैं और आसानी से अपने गंतव्य तक पहुँच सकते हैं।

इस लेख में हम आपको बताएंगे कि 2025 में दिव्यांग रेलवे पास कैसे बनवाया जा सकता है, इसके लिए कौन-कौन से दस्तावेज़ जरूरी हैं, कौन लोग इस योजना का लाभ उठा सकते हैं, और इससे मिलने वाले फायदों के बारे में पूरी जानकारी देंगे।

रेलवे पास क्या है और इसका उद्देश्य

रेलवे पास एक विशेष सुविधा है जो भारतीय रेलवे द्वारा कुछ खास वर्ग के यात्रियों को दी जाती है, जिससे वे नाममात्र के शुल्क पर या मुफ्त में रेल यात्रा कर सकते हैं। दिव्यांगजन के लिए यह पास एक बड़ी राहत साबित होता है, क्योंकि इससे वे आर्थिक रूप से सस्ती यात्रा कर सकते हैं और बिना किसी परेशानी के देशभर में कहीं भी सफर कर सकते हैं।

इस योजना का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगजनों को यात्रा के दौरान होने वाली वित्तीय और अन्य कठिनाइयों को कम करना है। यह पास न केवल सस्ते टिकट उपलब्ध कराता है, बल्कि आरक्षण में प्राथमिकता, एस्केलेटर और व्हीलचेयर जैसी सुविधाएं भी प्रदान करता है।

2025 में दिव्यांग रेलवे पास बनाने की प्रक्रिया

दिव्यांग रेलवे पास बनवाने के लिए पहले की तुलना में अब प्रक्रिया को अधिक सरल और ऑनलाइन किया गया है। अब आप घर बैठे भी इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।

1. रेलवे पास के लिए आवश्यक पात्रता

रेलवे पास के लिए आवेदन करने से पहले यह जानना जरूरी है कि कौन-कौन इस योजना का लाभ उठा सकता है। रेलवे बोर्ड के अनुसार, निम्नलिखित प्रकार के दिव्यांगजन रेलवे पास के लिए पात्र माने जाते हैं –

  • दृष्टिहीन (Blind)
  • श्रवण बाधित (Deaf & Dumb)
  • विकलांग (Orthopedically Handicapped)
  • मानसिक रूप से कमजोर (Mentally Retarded)
  • कैंसर या किडनी रोग से ग्रसित गंभीर मरीज (जो डायलिसिस के लिए यात्रा कर रहे हों)

इन सभी श्रेणियों के दिव्यांगजन रेलवे द्वारा जारी किए गए पास के तहत रियायती दरों पर या मुफ्त यात्रा कर सकते हैं।

2. रेलवे पास के लिए आवश्यक दस्तावेज़

रेलवे पास बनवाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों की जरूरत होती है, जिनकी जांच के बाद ही पास जारी किया जाता है। ये दस्तावेज़ इस प्रकार हैं –

  • दिव्यांग प्रमाण पत्र – किसी सरकारी अस्पताल या अधिकृत मेडिकल बोर्ड द्वारा जारी किया गया प्रमाण पत्र अनिवार्य होता है।
  • पहचान पत्र – आधार कार्ड, वोटर आईडी, या पासपोर्ट जैसी पहचान पत्रों की कॉपी जरूरी है।
  • पासपोर्ट साइज फोटो – आवेदन पत्र के साथ हाल ही में खींची गई दो पासपोर्ट साइज फोटो लगानी होगी।
  • पता प्रमाण पत्र – राशन कार्ड, आधार कार्ड, या बैंक स्टेटमेंट आदि, जिससे आपके पते की पुष्टि हो सके।
  • आवेदन पत्र – रेलवे के निर्धारित फॉर्म को भरकर जमा करना होगा।

3. रेलवे पास के लिए आवेदन कैसे करें?

अब रेलवे पास बनवाने की प्रक्रिया को डिजिटल कर दिया गया है, जिससे दिव्यांगजन बिना लंबी कतारों में लगे आसानी से अपना पास प्राप्त कर सकते हैं।

ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया

  1. रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं – भारतीय रेलवे की ऑनलाइन सेवा पोर्टल (https://www.irctc.co.in/) पर लॉगिन करें।
  2. नया आवेदन फॉर्म भरें – ‘दिव्यांग रेलवे पास’ के विकल्प को चुनें और मांगी गई जानकारी भरें।
  3. दस्तावेज़ अपलोड करें – आवश्यक प्रमाण पत्रों को स्कैन कर अपलोड करें।
  4. फीस भुगतान (यदि लागू हो) – कुछ श्रेणियों के लिए नाममात्र शुल्क होता है, जिसे ऑनलाइन भुगतान किया जा सकता है।
  5. आवेदन जमा करें – सभी विवरण भरने के बाद आवेदन को सबमिट करें।
  6. वेरिफिकेशन और पास जारी – रेलवे द्वारा आपके दस्तावेज़ों की जांच के बाद आपका रेलवे पास आपके पते पर भेज दिया जाएगा या आप इसे ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं।

ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया

यदि कोई व्यक्ति ऑनलाइन आवेदन करने में असमर्थ है, तो वह नजदीकी रेलवे स्टेशन के आरक्षण काउंटर पर जाकर आवेदन कर सकता है। वहां पर संबंधित अधिकारी द्वारा दस्तावेज़ों की जांच के बाद पास जारी किया जाता है।

रेलवे पास से मिलने वाले लाभ

रेलवे पास सिर्फ सस्ते टिकट ही नहीं देता, बल्कि दिव्यांग यात्रियों के लिए कई अन्य सुविधाएं भी प्रदान करता है।

  1. 50% से 100% तक किराए में छूट – दिव्यांगजन को रेल यात्रा पर बड़ी छूट मिलती है, जिससे उनका सफर बेहद किफायती हो जाता है।
  2. आरक्षण में प्राथमिकता – दिव्यांग यात्रियों को बर्थ अलॉटमेंट में प्राथमिकता दी जाती है।
  3. एस्केलेटर और व्हीलचेयर सुविधा – रेलवे स्टेशनों पर व्हीलचेयर और एस्केलेटर जैसी सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
  4. सहायक की सुविधा – कई मामलों में दिव्यांग यात्री के साथ यात्रा कर रहे सहायक को भी किराए में छूट मिलती है।
  5. विशेष कोटा – दिव्यांगजन के लिए ट्रेनों में विशेष सीटें आरक्षित की जाती हैं।

निष्कर्ष

भारतीय रेलवे द्वारा दिव्यांग यात्रियों के लिए शुरू की गई रेलवे पास योजना एक महत्वपूर्ण पहल है, जिससे हजारों लोग लाभान्वित हो रहे हैं। 2025 में इस योजना को और भी आसान और डिजिटल बना दिया गया है, जिससे दिव्यांगजन बिना किसी परेशानी के अपना रेलवे पास बनवा सकते हैं और सस्ती यात्रा का आनंद ले सकते हैं।

यदि आप भी पात्रता रखते हैं, तो जल्द से जल्द इस योजना का लाभ उठाएं और रेलवे पास बनवाकर अपनी यात्रा को सरल और किफायती बनाएं। 🚆😊

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