भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में 10, 20, 100 और 500 रुपये के नोटों को लेकर नई गाइडलाइंस जारी की हैं। इन नए नियमों के तहत नोटों की पहचान और उनकी सत्यता को लेकर कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। यह कदम नोटों की सुरक्षा और जालसाजी रोकने के उद्देश्य से उठाया गया है। आइए विस्तार से जानते हैं कि RBI की इन नई गाइडलाइंस में क्या बदलाव किए गए हैं और इनका आम जनता पर क्या असर पड़ेगा।
क्यों जारी की गई नई गाइडलाइंस?
नकली नोटों के बढ़ते मामलों और उनकी पहचान में आने वाली दिक्कतों को देखते हुए RBI ने यह कदम उठाया है। रिजर्व बैंक का कहना है कि इन गाइडलाइंस के जरिए नोटों की सुरक्षा को और मजबूत किया जाएगा ताकि आम जनता को नकली नोटों से बचाया जा सके। इसके अलावा, इन नए नियमों से नोटों की पहचान करना आसान होगा।
किन नोटों पर लागू होंगी नई गाइडलाइंस?
RBI की नई गाइडलाइंस 10 रुपये, 20 रुपये, 100 रुपये और 500 रुपये के नोटों पर लागू होंगी। इन नोटों की पहचान के लिए कुछ नए सुरक्षा फीचर्स जोड़े गए हैं, जिससे नकली नोटों को पकड़ना आसान हो जाएगा।
क्या हैं नए बदलाव?
1. वाटरमार्क की पहचान:
अब नए नोटों में स्पष्ट और बड़े वाटरमार्क दिए जाएंगे, जिन्हें रोशनी में देखने पर आसानी से पहचाना जा सकेगा। वाटरमार्क में नोट की कीमत और महात्मा गांधी की तस्वीर होगी।
2. सिक्योरिटी थ्रेड:
सिक्योरिटी थ्रेड को पहले से अधिक मजबूत और चमकीला बनाया गया है। इसे हिलाने पर रंग बदलते हुए देखा जा सकता है। 500 रुपये के नोट में हरे से नीले रंग में बदलने वाली थ्रेड होगी।
3. ब्लीडिंग इंक:
नए नोटों में ब्लीडिंग इंक का इस्तेमाल किया गया है, जिससे नंबरिंग पैनल के अंक दबाव डालने पर हल्के लाल रंग में नजर आएंगे।
4. रंग बदलने वाली स्याही:
100 और 500 रुपये के नोटों में महात्मा गांधी की तस्वीर के साथ-साथ RBI का लोगो और मूल्य संख्या रंग बदलने वाली स्याही में होंगे।
5. माइक्रो टेक्स्ट:
नोटों पर माइक्रो टेक्स्ट में ‘RBI’ और नोट की कीमत लिखी होगी, जिसे लेंस की मदद से देखा जा सकेगा।
6. ब्रेल फीचर:
दृष्टिहीन व्यक्तियों के लिए नए नोटों पर उभरे हुए चिन्ह लगाए गए हैं, जिससे वे नोट की कीमत आसानी से पहचान सकें।
नकली नोटों पर लगेगी रोक
इन नए बदलावों के चलते नकली नोटों की पहचान करना पहले से कहीं आसान होगा। सिक्योरिटी थ्रेड और वाटरमार्क जैसी विशेषताओं से नकली नोटों को पकड़ने में मदद मिलेगी। साथ ही, बैंक और आम लोग भी इन नए फीचर्स की मदद से नकली नोटों की पहचान कर सकेंगे।
आम जनता पर असर
नई गाइडलाइंस का सबसे बड़ा असर आम जनता पर पड़ेगा। लोगों को अपने पास मौजूद पुराने नोटों की जांच करनी होगी। हालांकि, पुराने नोट भी मान्य रहेंगे, लेकिन नए नोटों के साथ अतिरिक्त सुरक्षा फीचर्स जोड़े गए हैं। बैंक भी ग्राहकों को नकली नोटों की पहचान करने के लिए जागरूकता अभियान चलाएंगे।
बैंक क्या करेंगे?
बैंकों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने कर्मचारियों को नई गाइडलाइंस के बारे में पूरी जानकारी दें और नोटों की पहचान के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल करें। इसके अलावा, बैंक ग्राहकों को भी नोटों की जांच के तरीके समझाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
कैसे करें नोटों की पहचान?
- नोट को रोशनी के सामने रखें और वाटरमार्क देखें।
- नोट को हिलाएं और सिक्योरिटी थ्रेड का रंग बदलता हुआ देखें।
- माइक्रो टेक्स्ट को ध्यान से देखें।
- नोट पर मौजूद ब्रेल फीचर को छूकर महसूस करें।
- ब्लीडिंग इंक की जांच करें।
निष्कर्ष
RBI की नई गाइडलाइंस भारतीय मुद्रा की सुरक्षा को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ये बदलाव नकली नोटों की बढ़ती समस्या को रोकने में कारगर साबित होंगे। आम जनता को इन नए नियमों की जानकारी होना बेहद जरूरी है ताकि वे नकली नोटों से बच सकें। बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान भी इन नए बदलावों को अपनाकर देश की अर्थव्यवस्था को सुरक्षित बनाने में योगदान देंगे।
नई गाइडलाइंस के लागू होने के बाद लोग सुरक्षित और प्रामाणिक नोटों के इस्तेमाल के प्रति और अधिक जागरूक होंगे।