भारत सरकार ने राशन कार्डधारकों को राहत देते हुए एक नया नियम लागू किया है, जिसके तहत यदि किसी व्यक्ति का राशन कार्ड खो गया है, तो भी वह अपने हक का राशन प्राप्त कर सकता है। यह नियम मार्च 2025 से लागू होगा और इसका उद्देश्य जरूरतमंद लोगों को होने वाली कठिनाइयों को कम करना है।
क्या है नया सरकारी नियम?
नई नीति के तहत, यदि किसी लाभार्थी का राशन कार्ड खो जाता है, तो वह आधार कार्ड या अन्य वैध पहचान पत्र दिखाकर राशन प्राप्त कर सकता है। इसके लिए राशन दुकान पर बायोमेट्रिक सत्यापन की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
सरकार ने यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया है कि कोई भी पात्र व्यक्ति सरकारी सब्सिडी वाले अनाज से वंचित न रहे।
राशन कार्ड खो जाने पर क्या करें?
अगर आपका राशन कार्ड खो गया है, तो चिंता करने की जरूरत नहीं है। नीचे दिए गए आसान स्टेप्स को फॉलो करके आप बिना कार्ड के भी राशन प्राप्त कर सकते हैं:
- नजदीकी राशन दुकान पर जाएं – अपनी निकटतम उचित मूल्य की दुकान (PDS) पर जाएं।
- आधार कार्ड दिखाएं – अपना आधार कार्ड या अन्य सरकारी पहचान पत्र साथ लेकर जाएं।
- बायोमेट्रिक सत्यापन करें – राशन दुकान पर आपकी पहचान बायोमेट्रिक सत्यापन (फिंगरप्रिंट या ओटीपी) के माध्यम से की जाएगी।
- राशन प्राप्त करें – सत्यापन सफल होने के बाद आपको राशन मिल जाएगा।
नए नियम के लाभ
- कोई भी पात्र व्यक्ति राशन से वंचित नहीं रहेगा
- राशन कार्ड खोने पर भी राशन मिलने की सुविधा
- डिजिटल और पारदर्शी प्रणाली से धोखाधड़ी पर रोक
- गरीबों को समय पर और सुगमता से अनाज उपलब्ध कराना
कैसे करें नए राशन कार्ड के लिए आवेदन?
अगर आप अपना राशन कार्ड दोबारा बनवाना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:
- राज्य सरकार की राशन कार्ड पोर्टल पर जाएं
- नया राशन कार्ड अप्लाई करें ऑप्शन पर क्लिक करें
- आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें (आधार कार्ड, निवास प्रमाण, आय प्रमाण पत्र आदि)
- फॉर्म सबमिट करें और रजिस्ट्रेशन नंबर प्राप्त करें
- कुछ दिनों में आपका नया राशन कार्ड जारी कर दिया जाएगा
निष्कर्ष
मार्च 2025 से लागू होने वाले इस नए नियम से लाखों राशन कार्डधारकों को राहत मिलेगी। यदि आपका राशन कार्ड खो गया है, तो घबराने की जरूरत नहीं है – आधार कार्ड और बायोमेट्रिक सत्यापन के माध्यम से आप बिना किसी परेशानी के राशन प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, आप नए राशन कार्ड के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।
सरकार का यह कदम गरीब और जरूरतमंद लोगों को बिना किसी बाधा के अनाज उपलब्ध कराने की दिशा में एक बड़ा सुधार है।