हाल ही में सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल की कीमतों में ₹9.50 प्रति लीटर की कटौती की घोषणा की गई है। यह खबर सुनते ही जनता में खुशी की लहर दौड़ गई है। महंगाई के इस दौर में ईंधन की कीमतों में इतनी बड़ी कमी से आम आदमी को बड़ी राहत मिली है।
कीमतों में कटौती का कारण
इस कटौती का मुख्य उद्देश्य बढ़ती महंगाई पर नियंत्रण पाना और जनता को राहत देना है। वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति ने भी इस निर्णय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सरकार ने यह कदम ईंधन पर टैक्स घटाकर उठाया है, जिससे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी आई है।
विभिन्न राज्यों में पेट्रोल-डीजल की ताज़ा कीमतें
हर राज्य में टैक्स की दरें अलग-अलग होने के कारण पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी अलग-अलग होती हैं। यहां पर कुछ प्रमुख शहरों की कीमतें दी गई हैं:
- दिल्ली: पेट्रोल ₹95.50/लीटर, डीजल ₹86.50/लीटर
- मुंबई: पेट्रोल ₹105.20/लीटर, डीजल ₹94.25/लीटर
- चेन्नई: पेट्रोल ₹96.80/लीटर, डीजल ₹89.45/लीटर
- कोलकाता: पेट्रोल ₹94.60/लीटर, डीजल ₹87.50/लीटर
(नोट: ये कीमतें सरकारी स्रोतों पर आधारित हैं और समय-समय पर बदल सकती हैं। अपने शहर की ताज़ा कीमतें जानने के लिए आधिकारिक वेबसाइट देखें।)
जनता की प्रतिक्रिया
कीमतों में कमी से आम जनता और छोटे व्यापारियों को बड़ी राहत मिली है। ऑटो, टैक्सी और परिवहन क्षेत्र से जुड़े लोग इस निर्णय से काफी खुश हैं।
आम जनता की प्रतिक्रिया:
- “इस कटौती से हमारे मासिक बजट में काफी राहत मिली है।” — रितेश शर्मा, दिल्ली
- “महंगाई के इस दौर में यह कटौती एक बड़ी राहत की तरह है।” — सुषमा गुप्ता, मुंबई
आर्थिक प्रभाव
- महंगाई दर पर असर: पेट्रोल और डीजल की कीमतों का सीधा असर महंगाई पर पड़ता है। परिवहन लागत घटने से वस्त्रों और खाद्य सामग्री की कीमतों में भी कमी देखने को मिल सकती है।
- उद्योगों पर प्रभाव: उद्योगों में कच्चे माल की ढुलाई लागत कम होगी, जिससे उत्पादन लागत घटेगी।
कैसे जांचें अपने शहर की ताज़ा कीमतें?
- आधिकारिक वेबसाइट: इंडियन ऑयल, बीपीसीएल और एचपीसीएल की वेबसाइट पर जाएं।
- मोबाइल ऐप्स: पेट्रोल पंप कंपनियों के आधिकारिक ऐप्स से ताज़ा रेट्स चेक कर सकते हैं।
- SMS सेवा: रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से संबंधित कंपनी के फॉर्मेट में एसएमएस भेजकर भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
निष्कर्ष
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में ₹9.50 की इस कटौती से आम जनता को राहत मिली है। यह कदम महंगाई पर नियंत्रण पाने और आर्थिक स्थिरता बनाए रखने की दिशा में उठाया गया है। उम्मीद है कि भविष्य में भी सरकार इसी प्रकार के जनहितकारी निर्णय लेती रहेगी।