Land Registry New Rules:रजिस्ट्री के नियमों में बड़ा बदलाव! अब घर बैठे होगी जमीन की रजिस्ट्री, जानें कैसे

भारत में जमीन की रजिस्ट्री से जुड़ी प्रक्रिया हमेशा से ही जटिल और समय लेने वाली रही है। लोगों को रजिस्ट्रार ऑफिस के कई चक्कर लगाने पड़ते थे, जिससे समय और पैसे दोनों की बर्बादी होती थी। लेकिन अब सरकार ने रजिस्ट्री के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। नई व्यवस्था के तहत, अब लोग घर बैठे ही जमीन की रजिस्ट्री पूरी कर सकेंगे और रजिस्ट्रार ऑफिस जाने की जरूरत नहीं होगी।

सरकार की इस नई पहल का उद्देश्य भ्रष्टाचार कम करना, पारदर्शिता बढ़ाना और डिजिटल इंडिया मिशन को आगे बढ़ाना है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि नए नियम क्या हैं, ऑनलाइन रजिस्ट्री की प्रक्रिया कैसी होगी, कौन लोग इसका लाभ ले सकते हैं और इसके फायदे क्या होंगे।

क्या है जमीन रजिस्ट्री का नया नियम?

अब तक, भूमि रजिस्ट्रेशन (Land Registry) की प्रक्रिया ऑफलाइन थी, जिसमें खरीदार और विक्रेता दोनों को रजिस्ट्रार ऑफिस जाकर दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने पड़ते थे। लेकिन नए नियमों के तहत यह प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई है

👉 नए नियम के तहत:

डिजिटल दस्तावेज़ सत्यापन (E-Verification) होगा।
ई-स्टांप (E-Stamp) के जरिए शुल्क का भुगतान होगा।
बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन और डिजिटल सिग्नेचर की मदद से प्रक्रिया पूरी होगी।
वीडियो कॉल या वर्चुअल माध्यम से रजिस्ट्रेशन की पुष्टि होगी।
रजिस्ट्री के बाद, खरीदार को डिजिटल सर्टिफिकेट मिलेगा।

अब लोग घर बैठे ऑनलाइन पोर्टल के जरिए ही अपनी प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। इससे रजिस्ट्रार ऑफिस जाने की जरूरत खत्म हो जाएगी और प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सरल हो जाएगी।

ऑनलाइन रजिस्ट्री के लिए पात्रता (Eligibility)

अगर आप ऑनलाइन रजिस्ट्री की सुविधा लेना चाहते हैं, तो आपको नीचे दी गई पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा:

🔹 जिस जमीन की रजिस्ट्री करनी है, वह सभी कानूनी मानकों को पूरा करती हो।
🔹 खरीदार और विक्रेता, दोनों के पास आधार कार्ड और पैन कार्ड हो।
🔹 बैंक खाता होना चाहिए, जिससे स्टांप ड्यूटी और अन्य शुल्क भरे जा सकें।
🔹 ऑनलाइन सत्यापन के लिए बायोमेट्रिक डिवाइस या मोबाइल OTP की सुविधा हो।
🔹 संबंधित राज्य की सरकार ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा लागू कर दी हो।

यदि आप इन सभी शर्तों को पूरा करते हैं, तो आप घर बैठे ही ऑनलाइन भूमि रजिस्ट्री करवा सकते हैं

ऑनलाइन रजिस्ट्री की प्रक्रिया (Step-by-Step Guide)

यदि आप अपनी जमीन या संपत्ति की रजिस्ट्री ऑनलाइन करवाना चाहते हैं, तो आपको नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करना होगा:

1. सरकारी पोर्टल पर लॉगिन करें

✅ सबसे पहले राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं, जहां ऑनलाइन भूमि रजिस्ट्री की सुविधा दी गई हो।
✅ यदि आप नए यूजर हैं, तो अपना अकाउंट बनाएं और लॉगिन करें।

2. आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें

✅ जमीन के मालिकाना हक (Ownership Details) के दस्तावेज़ अपलोड करें।
✅ खरीदार और विक्रेता, दोनों के आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक डिटेल्स जमा करें।
✅ यदि कोई तीसरा पक्ष शामिल है, तो उसका सत्यापन भी आवश्यक होगा।

3. ई-स्टांप खरीदें और भुगतान करें

✅ पोर्टल पर जाकर स्टांप ड्यूटी और अन्य शुल्क का भुगतान ऑनलाइन करें।
✅ आपको ई-स्टांप (E-Stamp) जारी किया जाएगा, जो डिजिटल रूप में मान्य होगा।

4. बायोमेट्रिक और डिजिटल सिग्नेचर से सत्यापन

✅ खरीदार और विक्रेता को बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के जरिए अपनी पहचान सत्यापित करनी होगी।
✅ डिजिटल सिग्नेचर (E-Sign) के जरिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।

5. वर्चुअल वीडियो वेरिफिकेशन

✅ रजिस्ट्रार ऑफिस की ओर से वीडियो कॉल या अन्य डिजिटल माध्यम से वेरिफिकेशन किया जाएगा।
✅ दोनों पक्षों को लाइव पहचान सत्यापन के लिए उपलब्ध रहना होगा।

6. डिजिटल रजिस्ट्री सर्टिफिकेट प्राप्त करें

✅ सत्यापन पूरा होने के बाद, रजिस्ट्री का डिजिटल सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा।
✅ आप इसे डाउनलोड और प्रिंट कर सकते हैं

इस पूरी प्रक्रिया में अब आपको किसी भी सरकारी ऑफिस जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी।

ऑनलाइन भूमि रजिस्ट्री के फायदे

इस नई प्रणाली से नागरिकों को कई लाभ होंगे:

समय की बचत: अब रजिस्ट्रार ऑफिस के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे और प्रक्रिया जल्द पूरी होगी।
भ्रष्टाचार पर लगाम: बिचौलियों और दलालों की भूमिका खत्म होगी, जिससे भ्रष्टाचार कम होगा।
पारदर्शिता: सभी लेन-देन और दस्तावेज़ सरकारी पोर्टल पर डिजिटल रूप में सुरक्षित होंगे
आसान प्रक्रिया: डिजिटल प्रक्रिया के कारण, कागजी कार्रवाई कम होगी और लोग इसे आसानी से समझ सकेंगे।
धोखाधड़ी में कमी: बायोमेट्रिक और वीडियो वेरिफिकेशन से फर्जीवाड़े की संभावना कम होगी।
कहीं से भी आवेदन: चाहे आप देश में हों या विदेश में, आप ऑनलाइन ही रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।

कौन-कौन से राज्य कर रहे हैं इसे लागू?

वर्तमान में, कुछ राज्यों ने इस प्रक्रिया को पूरी तरह लागू कर दिया है, जबकि अन्य राज्य इसे लागू करने की तैयारी में हैं। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे राज्य इस डिजिटल रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को प्राथमिकता दे रहे हैं।

अगर आप जानना चाहते हैं कि आपके राज्य में यह सुविधा उपलब्ध है या नहीं, तो राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

सरकार का यह बड़ा फैसला डिजिटल इंडिया मिशन की दिशा में एक अहम कदम है। अब लोग घर बैठे ही अपनी जमीन की रजिस्ट्री करा सकते हैं, जिससे उन्हें सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने और बिचौलियों को पैसे देने की जरूरत नहीं होगी।

यह नई डिजिटल भूमि रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया न केवल समय बचाएगी बल्कि भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगाएगी। अगर आप भी कोई संपत्ति खरीदने या बेचने की योजना बना रहे हैं, तो इस नई ऑनलाइन प्रक्रिया का लाभ उठाएं और बिना किसी परेशानी के भूमि रजिस्ट्रेशन कराएं।

📢 आप इस जानकारी को अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकें! 🚀

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